बेटियां बोझ नहीं है हम पर

हमारे देश में महिलाओं को आज भी घर में बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं।उनको घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था और आज भी कहीं कहीं ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती है। देश। के कई जिले ऐसे हैं जहां भ्रूण हत्या करवा दिया जाता था ताकि बेटी ना पैदा हो सके । लेकिन क्यों ये कभी हमने सोचा हैं। नहीं क्युकी आज भी  हमारे समाज में ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी मानसिकता आज भी महिलाओं के प्रति वैसे ही है जैसे पुराने हमारे पूर्वज करके गए हैं। महिलाओं को अपने पैरो के नीचे रखना ऐसी सोच थी। और मेरा मानना है कि जो इंसान ये सब सोच रखता है वो इंसान ही नहीं हो सकता क्युकी। भूल जाता है उसका जन्म भी एक औरत के पेट से ही हुआ है। और वो उसी को मारने का प्रयास करता है। मै धन्यवाद् करना चाहता हूं अपने देश के प्रधानमंत्री जी का जिन्होंने एक नई सोच को आगे बढ़ाया है बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान से और दोस्तो में उन व्यक्तियों से खासतौर पर बोलना चाहूंगा कि आप नारी का सम्मान करें दुनिया आपको सम्मान करेगी।
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